
सूरजमणी सिलस्वाल । ऋषिकेश ब्यूरो
खराब स्वास्थ्य अथवा बीमारी की दशा में वाहन चलाने से सड़क दुर्घटनाओं की संभावनाएं बढ़ जाती है। इसलिए वाहन चालकों को समय समय पर अपने स्वास्थ्य की जांच अवश्य करानी चाहिए।
सड़क दुर्घटनाओं की बढ़ती तादात को लेकर चिंतित संभागीय परिवहन विभाग ने एम्स ऋषिकेश के साथ मिलकर स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया। सड़क सुरक्षा माह के अंतर्गत आयोजित स्वास्थ्य शिविर का उद्घाटन करते हुए सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी रावत सिंह कटारिया ने वाहन चालकों को समय समय पर उनके स्वास्थ्य की जांच कराने का आह्वान किया। बताया की आस्वथ्य अथवा बीमारी की दशा में वाहन का संचालन करने से सड़क दुर्घटना की संभावना अधिक हो जाती है। इस लिए वाहन चालकों को अपने शरीर के साथ साथ आंखों की जांच कराते रहना चाहिए। मुख्य अतिथि ने कहा कि आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में वाहन चालक अपने स्वास्थ्य पर उचित ध्यान नही दे पाते है। जिससे खराब स्वास्थ्य का प्रभाव वाहन के संचालन पर भी पड़ता है। जो अक्सर दुर्घटनाओं का कारण बनता है। सड़क दुर्घटना से वाहन चालक के साथ ही यात्रियों के जोखिम का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए चालक व यात्रियों की सुरक्षा के लिए स्वास्थ्य जांच समय समय पर करानी चाहिए।
सड़क सुरक्षा माह के तहत आयोजित शिविर में 82 वाहन चालकों के स्वास्थ्य तथा नेत्रों की जांच की गई। जिसमे 15 वाहन चालकों को चश्मा लगाने की जरूरत से अवगत कराया। साथ ही 25 वाहन चालकों को उच्च स्तरीय जांच के लिए एम्स में ओ पी डी हेतु अनुमोदन किया गया।
शिविर में बस, टैक्सी/मैक्सी, आटो/विक्रम यूनियन ऋषिकेश, ट्रैकर कमाण्डर सूमो यूनियन, ई-रिक्शा यूनियन, ऋषिकेश छोटाहाथी डिलीवरी वैन यूनियन व स्कूल वाहनों के वाहन स्वामियों/चालको ने प्रतिभाग कर लाभान्वित हुए।
शिविर के स्वास्थ्य पैनल में
एम्स ऋषिकेश के डॉक्टर ऋतु संगवान, सीनियर रेजिडेंट जनरल मेडिसिन, डॉक्टर अनु चौधरी, जूनियर रेजिडेंट नेत्र विज्ञान, विशाल कुमावत, ऑप्टोमेट्री विभाग, संदीप, अंजना नेगी, सोशल आउटरीच सेल स्टाफ एम्स उपस्थित थे। परिवहन विभाग की टीम में ऋषु तिवारी, प्रशिक्षु सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी, बारुमल परिवहन उपनिरीक्षक, आरती परिवहन आरक्षी, दीपक पांडे वरिष्ठ सहायक, विपिन कुमार वरिष्ठ सहायक उपस्थित थे।